बेटे ने ही कराया था बाप का कत्ल

नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने अरबपति बसपा नेता दीपक भारद्वाज की हत्याकांड मामले में उनके बेटे नितेश भारद्वाज, वकील बलजीत सिंह सहरावत और फरार मंहत प्रतिभानंद को मुख्य षड्यंत्रकारी बताया है। पटियाला हाउस अदालत में दायर आरोप पत्र में इन तीनों के अलावा दोनों शूटर पुरुषोत्तम राणा व सुनील मान, हत्या के समय कार चलाने वाले अमित और उनको हथियार उपलब्ध कराने वाले प्रदीप के साथ ही कार मालिक राकेश को भी अभियुक्त बनाया गया है। पुलिस ने आरोप पत्र में कहा है कि व्यापक जांच से पता चला है कि नितेश भारद्वाज अपने पिता के व्यवहार से खुश नहीं था और वह पूरे व्यवसाय पर अपना नियंत्रण चाहता था। इसी कड़ी में उसने अपने पारिवारिक अधिवक्ता बलजीत सिंह के साथ मिलकर अपने पिता की हत्या का षड्यंत्र रचा। जिसके तहत उन्होंने मंहत प्रतिभानंद को दीपक की हत्या की सुपारी दी। पुलिस ने कहा महंत ने दो शूटरों को हत्याकांड के लिए तैयार किया। जिसके बाद 26 मार्च 2013 को दिनदहाड़े दीपक भारद्वाज की उनके ही फार्म हाउस में गोली मारकर हत्या कर दी गई। पुलिस ने जांच में पाया कि नितेश, बलजीत व महंत प्रतिभानंद कई बार उनके द्वारका स्थित स्कूल में मिले थे। मोबाइल फोन की लोकेशन से इस तथ्य की पुष्टि हो गई है। इसके अलावा सीसीटीवी फुटेज व कॉल डिटेल से भी इस तथ्य की पुष्टि हुई है कि तीनों हत्याकांड से पहले कई दिनों से एक दूसरे के संपर्क में थे। पुलिस ने अदालत को बताया कि आरोपियों के कब्जे से हत्या में प्रयुक्त हथियार व अन्य सामान बरामद कर लिया गया है। उन्होंने सभी अभियुक्तों के खिलाफ आपराधिक षड्यंत्र, हत्या, गैरकानूनी हथियार रखने इत्यादि आरोप में मुकदमा चलाने का आग्रह किया है। सभी आरोपी जेल में है।

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